Semicon India 2024 – उत्तर प्रदेश सरकार 11 से 13 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में Semicon India 2024 की कर रही है मेजबानी, प्रधानमंत्री ने किया शुभारंभ

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  • 11 से 13 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में में Semicon India 2024 का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।  इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पीएम मोदी को मेक इन इंडिया का चिन्ह भेंट किया। यह कार्यक्रम 11 से 13 सितंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का आठवां देश है जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर से जुड़ा यह आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का युग सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग है। इसी साल इंटो पैसिफिक फ्रेमवर्क की सप्लाई चेन काउसिंल का वाइस प्रेसिडेंट चुना गया है।  हाल ही में हमने जापान और सिंगापुर सहित कई देशों के साथ समझौते हस्ताक्षर किए।  अमेरिका के साथ ही सहयोग लगातार बढ़ रहा है।
  • सेमीकॉन इंडिया का उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर का सबसे बड़ा हब बनाना है. भारत सेमीकंडक्टर का सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से है, लेकिन सरकार का लक्ष्य देश को ब्लू चिप उत्पादन में अग्रणी देश बनाना है। ग्रेटर नोएडा इसका केंद्र होगा।
  • सेमीकंडक्टर आज आपकी और हमारी जरूरत बन चुकी है और ये भविष्य की सबसे अहम आवश्यकताओं में से एक होने वाला है. इसलिए भारत इस सेक्टर में बड़ा दांव खेलने जा रहा है और इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने आज बड़ा ऐलान किया।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सेमीकंडक्टर की मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए निवेश का आह्वान किया।  पीएम मोदी ने कहा कि आज स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन और एआई तक हर चीज के लिए सेमीकंडक्टर आधार है।
  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उत्तरप्रदेश पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कदम उठाए हैं।  

Semiconductor – Semiconductor एक ऐसा भौतिक उत्पाद है जिसमें इन्सुलेटर और कंडक्टर दोनों के कुछ गुण होते हैं।  semiconductor आमतौर पर सिलिकॉन से बने होते हैं, क्योंकि यह कांच जैसे इन्सुलेटर से अधिक बिजली का संचालन करता है, लेकिन तांबे या एल्यूमीनियम जैसे शुद्ध कंडक्टर से कम। उनकी चालकता और अन्य गुणों को अशुद्धियों के परिचय के साथ बदला जा सकता है, जिसे डोपिंग कहा जाता है, ताकि उस इलेक्ट्रॉनिक घटक की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके जिसमें यह रहता है।


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